मानव शरीर एक बहुत ही काम्प्लेक्स और अत्यंत व्यवस्थित संरचना है. यह कोटि कोटि सेल्स, यानि की कोशिकाओएं से बना हुआ है , और जनम से इसे सही पोषण की आव्यशकता है।
हमारा जनम कोशिकाओं से ही होता है, सेल्स से टिश्यू यही ऊतक, ऊतक से muscle, और muscle से भिन्न अंगो की रचना होती है। जेसीए जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है , पुराने कोशिकाएं नष्ट होती रहती है और नयी बनती हैं, जिससे हमारा विकास होता है , लेकिन यह सिर्फ एक उम्र तक ही होती है जिसके बाद हमारी कोशिकाएं नष्ट होती है लेकिन नयी नहीं बनती. ३० -३५ की उम्र के बाद हमारे शरीर में नयी कोशिकाओं का बनना काम होता रहता है और इसी वजह से हमारी उम्र बढ़ती है और शरीर शीर्ण होने लगता है
Cellular Nutrition की ज़रुरत ?
हमारे शरीर को ज़्यादा से ज़्यादा दिन तक स्वस्थ बनाये रखने के लिए हमे सही खाद्य की ज़रुरत है, क्यों की हम जो भी कुछ खाते हैं वह हमारे पेट से होकर हमारी कोशिकाओं तक पहुँचती है। यहाँ तक की हम जो सांस लेते हैं उसमे से भी ऑक्सीजन फ़िल्टर होकर हमारे लुंग्स यानि की फेफड़ों से होकर रक्त में सेल्स तक जाती है , और उसी से हमारा शरीर चलता है .
सही खान पान और सही पुष्टि से हमारा शरीर ज़्यादा दिनों तक स्वस्थ और मजबूत रह सकता है। आज के वातावरण में प्रदूषण बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसकी वजह से हमारा सही मात्रा में सही पुष्टि लेना और भी ज़रूरी है।
अच्छा खाना, एक्सरसाइज करना, अछि नींद लेना, स्ट्रेस से दूर रहना, टॉक्सिक गैसेस जैसे की गाड़ी से निकलने वाला धुआं, उनसे दूर रहना ? क्या हम ऐसा कर पा रहे हैं ?
रोज़मरज़ा के खाने से मिलने वाला पोषण :
आइये, हम ये समझने की कोशिश करें की हमारे रोज़मरज़ा के खाने में ऐसी क्या कमी है जिससे हमे सही पोषण नहीं मिल पा रहा है और हमे सेलुलर नॉरिशमेंट थेरेपी की क्या ज़रुरत है. उससे पहले हम ये समझे की "थेरेपी" का क्या मतलब है
"थेरेपी" : एक ऐसी प्रक्रिया जिसके द्वारा हम किसी को स्वस्थ कर सकते हैं , शारीरिक एवं मानसिक रूप से।
और हमसब ये जानते हैं की कोई भी थेरेपी किसी को भी कुछ घंटे, कुछ दिन कुछ महीने में ठीक नहीं कर सकती है, बल्कि इसे वक़्त लगता है. क्यों की हमारे शरीर में जो रोग प्रवाह कर रहे हैं, वो भी एक दिन में नहीं आते हैं, शरीर का ख़राब होना एक इंगित है, की हमारे शरीर को kisi रोग ने धरा है , और इस रोग को थेरेपी के द्वारा ठीक करने में भी हमे वक़्त लगेगा
हमारा जनम कोशिकाओं से ही होता है, सेल्स से टिश्यू यही ऊतक, ऊतक से muscle, और muscle से भिन्न अंगो की रचना होती है। जेसीए जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है , पुराने कोशिकाएं नष्ट होती रहती है और नयी बनती हैं, जिससे हमारा विकास होता है , लेकिन यह सिर्फ एक उम्र तक ही होती है जिसके बाद हमारी कोशिकाएं नष्ट होती है लेकिन नयी नहीं बनती. ३० -३५ की उम्र के बाद हमारे शरीर में नयी कोशिकाओं का बनना काम होता रहता है और इसी वजह से हमारी उम्र बढ़ती है और शरीर शीर्ण होने लगता है
Cellular Nutrition की ज़रुरत ?
हमारे शरीर को ज़्यादा से ज़्यादा दिन तक स्वस्थ बनाये रखने के लिए हमे सही खाद्य की ज़रुरत है, क्यों की हम जो भी कुछ खाते हैं वह हमारे पेट से होकर हमारी कोशिकाओं तक पहुँचती है। यहाँ तक की हम जो सांस लेते हैं उसमे से भी ऑक्सीजन फ़िल्टर होकर हमारे लुंग्स यानि की फेफड़ों से होकर रक्त में सेल्स तक जाती है , और उसी से हमारा शरीर चलता है .
सही खान पान और सही पुष्टि से हमारा शरीर ज़्यादा दिनों तक स्वस्थ और मजबूत रह सकता है। आज के वातावरण में प्रदूषण बहुत तेज़ी से फ़ैल रहा है जिसकी वजह से हमारा सही मात्रा में सही पुष्टि लेना और भी ज़रूरी है।
अच्छा खाना, एक्सरसाइज करना, अछि नींद लेना, स्ट्रेस से दूर रहना, टॉक्सिक गैसेस जैसे की गाड़ी से निकलने वाला धुआं, उनसे दूर रहना ? क्या हम ऐसा कर पा रहे हैं ?
रोज़मरज़ा के खाने से मिलने वाला पोषण :
आइये, हम ये समझने की कोशिश करें की हमारे रोज़मरज़ा के खाने में ऐसी क्या कमी है जिससे हमे सही पोषण नहीं मिल पा रहा है और हमे सेलुलर नॉरिशमेंट थेरेपी की क्या ज़रुरत है. उससे पहले हम ये समझे की "थेरेपी" का क्या मतलब है
"थेरेपी" : एक ऐसी प्रक्रिया जिसके द्वारा हम किसी को स्वस्थ कर सकते हैं , शारीरिक एवं मानसिक रूप से।
और हमसब ये जानते हैं की कोई भी थेरेपी किसी को भी कुछ घंटे, कुछ दिन कुछ महीने में ठीक नहीं कर सकती है, बल्कि इसे वक़्त लगता है. क्यों की हमारे शरीर में जो रोग प्रवाह कर रहे हैं, वो भी एक दिन में नहीं आते हैं, शरीर का ख़राब होना एक इंगित है, की हमारे शरीर को kisi रोग ने धरा है , और इस रोग को थेरेपी के द्वारा ठीक करने में भी हमे वक़्त लगेगा
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